वरिष्ठ नागरिक, इस जनसंख्या का एक बढ़ता प्रतिशत है। प्रत्येक 10 भारतीयों में से, एक वरिष्ठ नागरिक है और यह प्रतिशत बढ़ता जा रहा है और यह अपनी चुनौतियां लाता है। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण या परिवार से अलग होने के कारण, वरिष्ठ अक्सर अकेला या भ्रमित महसूस कर सकते हैं।
सीनियर्स टुडे पत्रिका, भरोसेमंद स्वास्थ्य जानकारी का एक अग्रणी प्रदाता होगा, जो पाठकों को उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों के साथ सशक्त बनाएगा। हमारी लेख सामग्री, मैत्रीपूर्ण और शब्द-जाल से मुक्त भाषा में लिखी गई है, जो जटिल जानकारी के आसपास, वास्तविक जीवन-संदर्भ प्रदान करती है। पाठकों को उनके स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और नए-नए दोस्त भी बनाने में मदद करती है।
हम, वरिष्ठों के बारे में सोचने का, एक नया तरीका खोजने की आशा करते हैं। हम जानते हैं कि लोग, रचनात्मक और महत्वपूर्ण हो सकते हैं, चाहे उनकी उम्र कितनी भी हो। प्रथम श्रेणी संपादकीय, सुंदर फोटोग्राफी और पुरस्कार विजेता डिजाइन की तुलना में, हमारे पृष्ठ विशिष्ट लेख सामग्री से भरे हुए हैं, जो बुद्धिमान, समयानुसार और प्रासंगिक है।
सीनियर्स टुडे के प्रत्येक संस्करण में यात्रा, मनोरंजन, खरीदारी, भोजन, स्वास्थ्य और कल्याण जैसे कई विषयों पर इनके महत्वपूर्ण गुणों को उजागर करने वाले लेख और कॉलम होंगे। हम अपने पाठकों को वो जानकारी प्रदान करते रहेंगे, जो उनके लिए मायने रखती है और जानकारी प्रदान करने के लिए विस्तार करना जारी रखेंगे। आने वाले महीनों में, हमारे पास अत्याधिक लेख सामग्री और जानकारी होगी, जिसका आप उपयोग कर सकते हैं।
यहां एक छोटा ‘लक्ष्य कथन’ (मिशन स्टेटमेंट) है, जो आपको यह समझने में मदद करेगा कि हम क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीनियर्स टुडे निम्नलिखित दिए गए बिंदुओं को प्राप्त करने का प्रयास करेगा:
- वरिष्ठों की जरूरतों के आधार पर, बाजार को बदलने के लिए 60 वर्षीय आयु से अधिक वाले जनसंख्या का सामूहिक उद्देश्य, सामूहिक आवाज और सामूहिक शक्ति बनना।
- स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए, उनकी सामुदायिक भागीदारी को सुदृढ़ करना और उनकी गरिमा सुनिश्चित करना।
- बुजुर्गों को अपनी पसंद का गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने, प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से समुदाय में जीवन स्तर को बढ़ाने, लोगों को उन्मुख सेवाओं और अभिनव तरीकों के लिए सक्षम बनाना।
- बुजुर्गों के अधिकारों, जरूरतों और जीवन स्तर को महत्व देना और उनके जीवन को समृद्ध बनाना।
- स्वतंत्रता को बढ़ावा देने, सार्थक और जुड़े हुए जीवन जीने के लिए उन्हें सशक्त बनाना और जीवन में उद्देश्य की भावना के साथ-साथ अपनेपन का भाव पैदा करना।
- वरिष्ठ नागरिकों के दिमाग से इस भय को निकालना कि उम्र बढ़ने का अर्थ है- पतन और सेवानिवृत्ति का अर्थ है- अनुपयोगिता, अकेलापन, एकांत, प्रतिष्ठा का ह्रास इत्यादि।
- वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में मूलभूत परिवर्तन प्राप्त करने के लिए, उन्हें सक्रिय नागरिक के रूप में पूर्ण जीवन जीने के लिए सशक्त बनाना और उनकी बदलती जरूरतों के अनुसार, व्यापक उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं के लिए उनके अधिकारों को सुरक्षित करना।
- बुजुर्गों में सामाजिक अलगाव की बढ़ती समस्या का समाधान करना।
- इनके रजत और सुनहरे वर्षों में वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा के मुद्दे को संबोधित करना।वरिष्ठ नागरिकों को सरकार से कोई पेंशन नहीं मिलती है, हालांकि एक स्वीकृत सिद्धांत यह है कि जो व्यक्ति ‘कर’ का भुगतान करता है उसे सेवानिवृत्ति पर पेंशन के रूप में एक निश्चित हिस्सा वापस मिलना चाहिए।भारत में वरिष्ठ नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा नहीं मिलती है और वे अपने अंतिम वर्षों में, अपने बच्चों पर निर्भर रहते हैं और यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। हमारा संगठन, वरिष्ठों की स्वतंत्रता और गरिमा को बनाए रखने के लिए समर्पित है।
- उनकी मनोरंजक और सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, कार्यक्रमों और सेवाओं की एक श्रृंखला प्रदान करना।
- हमारे देश को बनाने वाले, जीवन के कई चरणों और क्षेत्रों को दर्शाते हुए, एक विविध और समावेशी संगठन बनने का प्रयास करना।
- हम वास्तव में एक साथ, विविधता और समावेश के सिद्धांतों को प्रदर्शित करने का प्रयास करेंगे, जो हमारे समुदायों को समृद्ध करता है।